बिहार में जून के अंत तक रोजगार के मिलेंगे लाखों अवसर

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बिहार के किसानों के लिए एक अच्छी खबर है। साल 2022 के जून महीने तक बरौनी खाद कारखाने की फिर से शुरुआत होगी। खाद कारखाने की शुरुआत को लेकर पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी सासंद ने पिछले दिनों राज्यसभा में सवाल किया था। जिसके बाद केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया ने बरौनी खाद कारखाने की जल्द शुरुआत होने की बात कही थी। इस कारखाने की शुरुआत होने पर किसानों को फायदा मिलेगा ही लेकिन इसके साथ रोजगार के भी कई अवसर मिलेंगे।

2016 में कारखाने को मिली थी स्वीकृति

बता दें बरौनी के इस खाद कारखाने के लिए मोदी सरकार ने 2016 में ही स्वीकृति दे दी थी। इस कारखाने को बनाने के लिए 8 हजार 388 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई थी। जिसके बाद 2019 में इसका शिलान्यास किया गया। 2020 नें कोरोना के दस्तक ने इस कारखाने को शुरु होने पर विराम लगा दिया। लेकिन अब वापस से इस कारखाने को खोलने की बात हो रही है और इस साल के जून महीने तक इसकी शुरुआत हो जाएगी।

देश को आत्मनिर्भर बनाने  की ओर कदम

मोदी सरकार देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार नए-नए कदम उठा रहे हैं। इसी को लेकर केंद्रीय सरकार ने देश में बंद हुए 5 कारखानों को फिर से शुरु करने का फैसला लिया। इन कारखानों की शुरुआत से देश में खाद की कमी को दूर किया जा सकेगा। इसके साथ ही किसानों को भी इससे काफी मदद मिलेगी। कारखानों के खुलने से देश में रोजगार के अवसर भी बढ़ेगें। ऐसा माना जा रहा है कि कारखानों के शुरु होने से देश के एक लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। मोदी सरकार लगातार किसानों को लेकर योजनाएं लाती रहती है। इसी के तहत सरकार ने साल 2016 में एक और फैसला लिया था, और अब इसकी शुरुआत होने जा रही है।

बिजली का भी उत्पादन

बरौनी के खाद कारखाने के अवशेष से इसी प्लांट के अंदर ही बिजली का भी उत्पादन किया जाएगा। इस कारखाने के शुरु होने पर बिहार के साथ उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, झारखंड के साथ कई राज्यों को फायदा मिलेगा। बता दें हाल ही में दो और खाद कारखानों की शुरुआत हुई है। इसमें रामगुंडम और गोरखपुर खाद कारखानों में उत्पादन का काम शुरु हुआ है।

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